*टॉयलेट: एक प्रेमकथा*
एक आदमी टॉयलेट में बैठा था कि अचानक से उसे साथ वाले टॉयलेट से आवाज़ आयी, 'क्या हाल है?’
आदमी घबरा के बोला, 'ठीक हूँ।'
फिर आवाज़ आयी, 'क्या कर रहे हो?'
अब आदमी क्या बोलता? फिर भी बोला, 'ज़रूरी काम से बैठा हूँ।'
फिर आवाज़ आयी, 'मैं आ जाऊं?'
तो आदमी और भी घबरा के बोला, 'नहीं नहीं, मैं अकेला ही ठीक हूँ।'
फिर आवाज़ आयी, 'अरे यार, मैं तुम्हे बाद में कॉल करता हूँ । कोई साथ वाले टॉयलेट से साला, मेरी हर बात का जवाब दे रहा है।'
😂😂😂
एक आदमी टॉयलेट में बैठा था कि अचानक से उसे साथ वाले टॉयलेट से आवाज़ आयी, 'क्या हाल है?’
आदमी घबरा के बोला, 'ठीक हूँ।'
फिर आवाज़ आयी, 'क्या कर रहे हो?'
अब आदमी क्या बोलता? फिर भी बोला, 'ज़रूरी काम से बैठा हूँ।'
फिर आवाज़ आयी, 'मैं आ जाऊं?'
तो आदमी और भी घबरा के बोला, 'नहीं नहीं, मैं अकेला ही ठीक हूँ।'
फिर आवाज़ आयी, 'अरे यार, मैं तुम्हे बाद में कॉल करता हूँ । कोई साथ वाले टॉयलेट से साला, मेरी हर बात का जवाब दे रहा है।'
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