✍🏻✍🏻 *जिन्हें फ़िक़र थी कल की*
  *वे रोए रात भर*
✍🏻✍🏻 *जिन्हें यकीन था रब पर*
   *वे सोए रात भर.*

*भलाई करते रहिए बहते पानी की तरह...!!!*
*बुराई खुद ही किनारे लग जाएगी कचरे की तरह...!!!*

    *💐शुभ प्रभात 💐*

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